JEE Success Story: किसी भी चीज के प्रति लगाव इंसान को बर्बाद कर देता है या फिर आबाद कर देता है. लेकिन आज हम जिनकी सफलता की कहानी बता रहे हैं, उन्हें कंप्यूटर का लगाव ने आईआईटी पहुंचा दिया है. उन्होंने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में छठी रैंक हासिल की हैं. कंप्यूटर के प्रति गहरी रुचि, सीखने की ललक और कड़ी मेहनत उनकी इस सफलता का प्रमाण है. हम जिनके बारे में बता रहे हैं, उनका नाम हार्दिक राजपाल (Hardik Rajpal) है.

जेईई में हासिल की छठी रैंक
जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में छठी रैंक हासिल करने वाले हार्दिक मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. लेकिन हार्दिक हैदराबाद के मणिकोंडा में रह रहे हैं. उन्होंने कक्षा 8वीं की यहीं से पढ़ाई किए हैं. वह नारायण जूनियर कॉलेज, माधापुर के छात्र हैं और इस उपलब्धि को पाने के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया था. उन्होंने आईआईटी की तैयारी के लिए अपना पूरा एक साल समर्पित कर दिया था. अंतत: वह जेईई की परीक्षा को पास करने में सफल रहे हैं.

रोजाना करते सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक पढ़ाई 
हार्दिक जेईई की तैयारी के लिए हर दिन सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक पढ़ाई करते थे. उनकी इस दृढ़ता और निरंतरता ने उन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. अपने इंटरमीडिएट के पहले साल के परफॉर्मेंस से संतुष्ट होने के बावजूद उन्हें लगा कि वह और बेहतर कर सकते हैं. इसी सोच ने उन्हें हॉस्टल में रहने का निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया, जिससे वे पढ़ाई के लिए अधिक समय निकाल सकें. वह अपनी सफलता का श्रेय हार्दिक ने अपने माता-पिता और कॉलेज की फैकल्टी को दिया है.

यहां ली बीटेक की डिग्री
जेईई की परीक्षा में टॉप 6 रैंक लाने वाले हार्दिक के पिता ट्रैवल इंडस्ट्री में कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां एक इंटरनेशनल स्कूल की प्रशासनिक टीम में काम करती हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने जेईई की परीक्षा करने के बाद आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की हैं. इस दौरान उन्होंने Winzo कंपनी में समर इंटर्नशिप भी किया है. साथ ही वह शौकिया लेखक भी हैं.

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