Donald Trump Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले नवंबर के चुनावों से कुछ समय पहले ‘टैरिफ’ को डिक्शनरी का सबसे खूबसूरत शब्द बताया था. उनकी इस बात का गहरा मतलब था, जो अब सामने है. पूरी दुनिया ‘टैरिफ’ से हलकान है. राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या दोस्त, क्या दुश्मन, सभी के खिलाफ ‘टैरिफ’ लगाकर ट्रेड वार छेड़ रखा है. इस शब्द का इतिहास भी कम दिलचस्प नहीं है.
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार, ‘टैरिफ’ शब्द अरबी भाषा से आया है. अरबी भाषा के शब्द ‘तारिफेह’, जिसका शाब्दिक अर्थ है नोटिफिकेशन, एक्सपेलेशन, डेफिनिशन या आर्टिकल. इसका इस्तेमाल वस्तुओं की लिस्ट के लिए भी किया जाता था. बात 10वीं, 11वीं और 12वीं सदी की है, जब भूमध्य सागर के इलाकों में अरब और यूरोपीय लोगों के बीच व्यापार और लेनदेन शुरू हुआ. यहां से यह शब्द पुर्तगीज, स्पेशनिश और फ्रेंच से होता हुआ अंग्रेजी भाषा में पहुंचा.
अमेरिका में पहली बार टैरिफ एक्ट 1789 में आया था. यह एक्ट इसलिए लाया गया था ताकि संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय सरकार सभी राज्यों से आसानी से टैक्स वसूल सके. यह लागू करना आसान हो. 1776 में स्वतंत्रता मिलने के बाद अमेरिका की संघीय सरकार सीधे टैक्स नहीं वसूल सकती थी. बल्कि प्रत्येक राज्य से धन के लिए अनुरोध करना पड़ता था.
पहली बार ब्रिटेन के साथ व्यापार पर टैरिफ
अमेरिका ने पहली बार टैरिफ ब्रिटेन के साथ व्यापार पर लगाया था. उस समय ब्रिटेन अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था. 1789 में पारित “टैरिफ एक्ट” (Tariff Act of 1789) के तहत, अमेरिकी कांग्रेस ने आयातित सामानों पर शुल्क लगाया, जो ज्यादातर ब्रिटिश सामानों को लक्षित करता था. इसका उद्देश्य घरेलू उद्योगों को संरक्षण देना और संघीय सरकार के लिए राजस्व उत्पन्न करना था.